Friday, September 23, 2016

Review of Kindle's unicode Bengali support, 2016

Review of Kindle's unicode Bengali support, 2016


Methodology :-

  1. Sample Bengali, Hindi & Sanskrit Text files are saved using UTF-8 encoding.
  2. They are then converted to "html" format using MS-Word 2010.
  3. Then these "html" files are again converted to "mobi" format using Kindle Previewer.
  4. Attempted to view the "mobi", "html" & "txt" files in the following e-book viewers :-

Observations :-

  1. In android, Kindle failed to open any of the sample "mobi" files.
  2. In android, FB Reader read all the 3 formats viz. "mobi",  "html" & "text" and in all the 3 languages viz. the "bengali",  "hindi" & "sanskrit".
  3. In desktop, Kindle Previewer 2.94 (Voyage mode) could not display unicode Bengali characters properly. Vowels are coming after consonants (Screenshot#2). But Devanagari support is good. Both Hindi & Sanskrit contents are displayed fine (Screenshots#3 & 4).
  4. In desktop, Calibre e-book viewer read all the formats viz. "mobi",  "html" & "text" and in all the 3 languages viz. the "bengali",  "hindi" & "sanskrit" (Screenshots#1 & 5).
Calibre screenshots are provided alongwith those from Kindle Previewer for comparison.


Verdict :-

  • FB Reader (android ) & Calibre e-book viewer (desktop/laptop) are still the champions in reading unicode contents (Asia, eastern Europe, Russia) (Screenshots#1 & 5).
  • Kindle still largely caters to english speaking part of the world (Britain, USA). But it is gradually adding Asian language support (Screenshots#3,4 & 6). 
---XXX---

Sample Bengali text


১৯৭১ সনের সেপ্টেম্বর মাসে আমি গ্রামের বাড়ী যাওয়ার জন্য ঢাকা সদরঘাটের দিকে রওয়ানা হয়েছিলাম । সদরঘাট টার্মিনালের প্রবেশপথে সশস্ত্র পাঞ্জাবী সেনাদের প্রহরায় মোতায়েন দেখলাম । কিছুক্ষণ পরে এক অতি বৃদ্ধ ভদ্রলোক মুন্সিগঞ্জ যাওয়ার জন্য টার্মিনালে আসলেন । সঙ্গে তার নবপরিণিতা পুত্রবধূ এবং যুবতী মেয়ে ছিল । পাঞ্জাবী সেনারা আমাদের সবাইকে তল্লাশি করতে বললো, "ইয়ে দো আওরাত নাহি যায়েগী" (এই দুই মহিলা যাবে না) । বৃদ্ধ নিরূপায় হয়ে কান্নাকাটি করে সামনে যাকে পায় তাকেই জড়িয়ে ধরে বলতে থাকেন, "আপনারা আমার মেয়ে ও পুত্রবধূকে বাঁচান ।" কিন্তু আমাদের কিছুই করার ছিল না । ইচ্ছা থাকা সত্ত্বেও আমরা সেই অসহায় যুবতী মেয়ে দুজন রক্ষা করার জন্য কোন কথা বলতে পারি নাই, কিছুই করতে পারি নাই । আমাদের সকলের চোখের সামনে পাঞ্জাবী সেনারা অট্টহাসিতে ফেটে পড়ে যুবতী মেয়ে দুটিকে টেনে হেঁচড়িয়ে ওদের আর্মি ট্রাকে উঠিয়ে নিয়ে গেল ।  ...

(1) Calibre Mobi-Bengali

(2) Kindle Previewer Mobi-Bengali

Sample Hindi text


जानवरों में गधा सबसे ज्यादा बुद्धिमान समझा जाता है। हम जब किसी आदमी को पहले दर्जे का बेवकूफ कहना चाहते हैं, तो उसे गधा कहते हैं। गधा सचमुच बेवकूफ है या उसके सीधेपन, उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका निश्चय नहीं किया जा सकता। गायें सींग मारती हैं, ब्याही हुई गाय तो अनायास ही सिंहनी का रूप धारण कर लेती है। कुत्ता भी बहुत गरीब जानवर है, लेकिन कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है, किन्तु गधे को कभी क्रोध करते नहीं सुना, न देखा। जितना चाहो गरीब को मारो, चाहे जैसी खराब, सड़ी हुई घास सामने डाल दो, उसके चेहरे पर कभी असंतोष की छाया भी नहीं दिखाई देगी। वैशाख में चाहे एकाध बार कुलेल कर लेता है, पर हमने तो उसे कभी खुश होते नहीं देखा। उसके चेहरे पर स्थाई विषाद स्थायी रूप से छाया रहता है। सुख-दुःख, हानि-लाभ किसी भी दशा में उसे बदलते नहीं देखा। ऋषियों-मुनियों के जितने गुण हैं, वे सभी उसमें पराकाष्ठा को पहुँच गए हैं, पर आदमी उसे बेवकूफ कहता है। सद्गुणों का इतना अनादर! 

(3) Kindle Previewer Mobi-Hindi

(4) Kindle Previewer Mobi-Sanskrit

Sample Sanskrit text


पार्वत्युवाच ।
उक्तं सप्तदशाध्याय-गौरवं भवता शिव । स त्वमष्टादशाध्यायमहिमानमुदीरय ॥१

महादेव उवाच ।
आकर्णय चिदानन्द-निष्पादि निगमोत्तरम्‌ । पुण्यमष्टादशाध्यायमहात्म्यं गिरिनन्दिनि ॥२

समस्तशास्त्रसर्वस्वं श्रोत्रप्राप्तं रसायनम्‌ । संसारयातनाजाल-विदारणपरायणम्‌ ॥३

परं रहस्यं सिद्धानामविद्योन्मूलनक्षमम्‌ । चैतन्यं कैटभारातेरग्रगण्यं परम्पदम्‌ ॥४

विवेकवल्लरीमूलं कामक्रोधमलापहम्‌ । पुरन्दरादिगीर्वाणचित्तविश्रामकारकम्‌ ॥५


Unicode character display


(5) Calibre : Devanagari & Bengali


(6) Kindle Previewer : Devanagari & Bengali


No comments:

Post a Comment